जो पूजना है तो शहीद को पूजो
जो पूजना है तो शहीद को पूजो
जिनके लहू से रंग बसंती आया है
झुकाव सर अपना उस वीर के आगे
जिसने वास्ते वतन के सर अपना कटवाया है
है कैसे मुरख मेरे हमवतन जो
सत्य, बापूओ के सामने शीश नवाते है
उनकी देहलीज़ तो चूमते है सो बार मगर
पर चौखट शहीद के मजार की बिन देखे लांघ जाते है
इंसान को गर है भगवन बनाना
तो हम इश्वर उसको बनायेंगे
रहे वतन पर जो नौ जवान
हस्ते हस्ते मौत को चूम कर गले लगायेंगे
-------------
रवि कुमार "रवि
जिनके लहू से रंग बसंती आया है
झुकाव सर अपना उस वीर के आगे
जिसने वास्ते वतन के सर अपना कटवाया है
है कैसे मुरख मेरे हमवतन जो
सत्य, बापूओ के सामने शीश नवाते है
उनकी देहलीज़ तो चूमते है सो बार मगर
पर चौखट शहीद के मजार की बिन देखे लांघ जाते है
इंसान को गर है भगवन बनाना
तो हम इश्वर उसको बनायेंगे
रहे वतन पर जो नौ जवान
हस्ते हस्ते मौत को चूम कर गले लगायेंगे
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रवि कुमार "रवि
Thanks Bro its all because of you
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